कोविड के गुमनाम योद्धा

कोविड के ख़तरे और लॉकडॉउन के दौर में जहाँ कोविड योद्धाओं की खूब तारीफ हो रही है वहीं कईयों के लिए केवल तारीफ काफी नहीं है। उन्हें समाज से थोड़ी सी इज़्जत और समय पर तनख्वाह की भी दरकार है ताकि वे अपनी निजी ज़िम्मेदारियाँ भी पूरी कर सकें। बीजेएमसी हिंदी की छात्रा ईशिका बुबना ने ऐसे कुछ योद्धाओं से बात की